चौकीदार की तरह काम करता है हूटर ‘हम’, बेगमगंज के इलेक्ट्रीशियन शफी मोहम्मद ने बनाया
भास्कर संवाददाता | बेगमगंज
क्षेत्र के किसानों को अब होम मेड हूटर से खेतों की रखवाली करना आसान हो गया है। फसलों की रखवाली के लिए चौबीसों घंटे खेतों पर पहरा देने की बजाय किसान अब आराम कर रहे है। इस हूटर का निर्माण नगर के बुजुर्ग तत्तू भाई डिस्क वालों ने तैयार किया है।
उन्होंने अपनी जुगाड़ से ऐसा हूटर बनाया है, जो खेत पर रख दो तो किसी भी जंगली या पालतू जानवर के खेत में घुसने या किसी इंसान के खेत में घुसने से हूटर बजने लगता है। साथ ही खेत मालिक के मोबाइल पर भी घंटी बजने लगती है जिससे गहरी नींद सो रहा किसान भी जाग जाता है। इस हूटर की तेज आवाज से जानवर भाग जाते है। क्षेत्र के ज्यादातर किसानों के खेत की रखवाली के लिए हूटर हम लगवा दिया है। यहां तक की खेतों में जंगली सुअर, नील गाय, बंदर से लेकर चोरों तक की खबर पल भर में इलाके में फैल जाती है, जिससे चौकस हुए किसान अपनी फसलों को बचाने में दौड़ पड़ते है।
जंगल में भी करता है काम : खेत या जंगल में आग लगने, लकड़ी काटने या शिकारियों की हलचल से होने वाली आवाज, वन्य प्राणियों के आने जाने से होने वाली आवाज या लाइट जलाने पर इससे इतनी तेज आवाज निकलती है कि करीब डेढ़ से दो मील की दूरी तक सुनी जा सकती है। इसकी आवाज को सुनकर किसान अलर्ट हो जाते है, अपने खेतों की ओर दौड़ पड़ते है। निजी वन रकबे में यह काम कर रहा है। जिससे अब लोगो को वन की लकड़ी चोरी होने का डर भी समाप्त हो गया है।
बेहद सस्ता है हूटर: हूटर हम बनाने वाले शफी मोहम्मद तत्तू भाई बताते है कि उनके अविष्कार की पेटेंट फीस ज्यादा होने के कारण फिलहाल अभी पेंटेंट नहीं कराया है। बेहद सस्ता होने से इसकी किसानों में लोकप्रियता बढ़ती ही जा रही है। उनके अनुसार जंगलों को आग और वन माफिया से बचाने से लेकर जेलों,पेट्रेल पंपों, घरों की सुरक्षा में हूटर हम का इस्तेमाल किया जा सकता है। जोकि बाजारों में मिलने वाले हूटर से एक चौथाई कम कीमत पर संभव हो जाएगा। वैसे इस माह इन हूटरों की मांग बहुत ज्यादा बढ़ गई है वैसे हाट बाजार के दिन कई किसानों ने इसके आर्डर बुक कराए है।
क्या है हूटर
दरअसल हूटर हम एक ऐसा सेंसर वाला हूटर है, जिसे इलेक्ट्रीशियन शफी मोहम्मद तत्तू भाई ने जुगाड़ से बनाया है। इसकी खासियत यही है कि कमोबेश किसान टार्च की तरह पोर्टेबल होने से कहीं भी आसानी से लाया या ले जाया सकता है, या खेतों में लगाए गए बिजूका पक्षियों और पशुओं को डराने के लिए बनाई गई मानवकृति के साथ लगाया जा सकता है।
ऐसे करता है काम
हूटर हम में एक बैटरी के अलावा इलेक्ट्रिक कनेक्शन की भी सुविधा है, इसको आॅन करने पर इसके सामने की ओर से करीब एक फुटबॉल मैदान बराबर एरिया में होने वाली हलचल को कैच करता है और हूटर बजते ही जंगली जानवर आदि भाग खड़े होते हैं।
और भी किए अविष्कार
शफी मो. तत्तू भाई ने मवेशी पालन के लिए भी सेंसर सिस्टम से इस्ट्रूमेंट तैयार किया है, जिसमें मवेशी जंगल में चारा पानी के लिए जाता है और वह अपने झुंड से बिछड़ जाए या फिर जितना एरिया फिक्स किया है। उससे बाहर हो जाए तो वह तत्काल चरवाहे या मवेशी मालिक को मोबाइल पर सूचित कर देगा। यदि कोई अन्य व्यक्ति किसी मवेशी का दूध दुहता है तब भी इस्ट्रूमेंट मवेशी मालिक को मोबाइल पर सचेत कर देता है कि फलां नंबर वाले मवेशी का दूध दुहा जा रहा है। वे स्वयं सुनेहरा गांव में बकरी पालन कर इसका प्रयोग बेगमगंज में निवास करके कर चुके हैं। खेतों पर सिंचाई के लिए विद्युत मोटर घर बैठे मोबाइल से चालू कर सिंचाई किए जाने वाला इस्ट्रूमेंट है। बिजली जाने और आने पर आपको दौड़ कर खेत पर नहीं मोटर चालू या बंद करने नहीं जाना है आप जहां है वहां से विद्युत मोटर बंद या चालू कर सकते है।
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