कोरोना का असर सोमवार को महावीर जयंती पर देखने को मिला। चल समारोह से लेकर सामूहिक आयोजन निरस्त हो गए। बावजूद इसके जैन समाज ने घरों में ही महावीर का जन्म कल्याणक मनाया। सभी घरों में महावीर जन्मे और उनकी पूजा की। लोगों ने घरों के बाहर दीप जलाए। हर साल महावीर स्वामी के चित्र को बग्घी में विराजित कर वरघोड़ा निकाला जाता है। इस बार घरों में ही तप, आराधना सहित धार्मिक अनुष्ठान हुए। अखिल भारतीय जैन पत्रकार संघ सदस्यों ने गोशाला में गायों को चारा व गुड़ खिलाया।
गोशाला में गायों को लापसी खिलाई, रात में दीपक जलाए
रिंगनोद | लॉकडाउन के चलते महावीर जयंती सामान्य तरीके से मनाई। घरों में ही धार्मिक कार्यक्रम किए। भारतीय जैन दिवाकर विचार मंच सचिव पारसचंद्र श्रीमाल ने बताया शाखा सदस्यों ने 125 किलो लापसी और रोटी श्रीकृष्ण गोशाला में गायों को खिलाई। अखिल भारतीय श्री जैन श्वेताम्बर युवक महासंघ इकाई अध्यक्ष राहुल चोपड़ा ने बताया शाम 7 बजे समाजजन ने घर के बाहर दीप जलाए। त्रिशला नंदनवीर की, जय बोलो महावीर की.. के जयकारे लगाए।
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