Wednesday, December 4, 2019

प्याज पर पहरा... 90-120 रु. किलो तक भाव, चोरी शुरू

खंडवा.इन दिनों बाजार में प्याज की किल्लत है। दूसरी ओर दाम दिनाेदिन बढ़ रहे हैं। स्थिति यह है कि खेत से प्याज चोरी हो रहा है, इसलिए किसान रातदिन जागकर चाैकीदारी कर रहे हैं। इंदौर रोड पर दोंदवाड़ा के किसान महेंद्र के खेत में रखे प्याज के दो कट्‌टे चोरी होने के बाद अन्य किसान भी सतर्क हो गए हैं। हैदरपुर, मोकलगांव, चमाटी व पंधाना क्षेत्र में प्याज पर किसानों का कड़ा पहरा लगा हुआ है। प्याज के ढेराें की परिवार के सदस्य चार-चार घंटे निगरानी कर रहे हैं। इन दिनों खेत से प्याज निकालने का काम चल रहा है।

जो प्याज 15-20 रुपए किलो में बिकना थी, वह अब 90 रुपए किलो में बिक रही है। किसानों का पूरा परिवार प्याज छांटने में लगा हुआ है, क्योंकि फेंकने लायक प्याज भी 30 किलो में बिक रही है। मंगलवार को सब्जी मंडी में प्याज सर्वाधिक दाम 7500 रुपए क्विंटल में बिका, जबकि फुटकर में 90 से 100 रुपए किलाे तक बिका।

खेत पर मुस्तैद : गांवों में किसानाें का पूरा परिवार प्याज छांटने में लगा

जबलपुर हो या ग्वालियर... सब जगह भाव आसमान पर, रतलाम में प्रशासन ने थोक रेट से बिकवाई

जबलपुर: नया प्याज 90 रुपए अाैर पुराना प्याज 110 से 120 रुपए तक बिक रहा है। यहां नासिक, खंडवा से प्याज अा रही है।
ग्वालियर: थोक में 70 रुपए और फुटकर में 80 से 85 रुपए किलाे प्याज मिल रही है। यहां कर्नाटक, महाराष्ट्र से प्याज अा रही है। ग्वालियर लोकल की है।
नीमच: फुटकर में 90 रुपए अाैर थाेक में 75 रुपए किलो प्याज बिकी। अतिवृष्टि के कारण जिले में प्याज की फसल 75 फीसदी खराब हो गई। नई व पुरानी प्याज के कारण भाव न्यूनतम में 3500 रुपए व अधिकतम में 9000 रुपए प्रति क्विंटल में नीलाम हुए।
रतलाम : प्याज 70 रुपए किलाे थोक अाैर 90 रुपए फुटकर में मिल रही है। लोगों को महंगे भाव से राहत दिलाने के लिए जिला प्रशासन मंडी में ही थोक दाम पर लोगों को प्याज बिकवा रहा है। व्यापारी जिस भाव में किसानों से प्याज खरीद रहे है, उसी भाव में प्याज बेच रहे हैं। मंगलवार से इसकी शुरुआत हुई और 70 रुपए किलो में लोगों को प्याज बेची।

ज्यादा पानी गिरने से मप्र में फसल खराब हुई, इसलिए बढ़े भाव

भोपाल |मध्यप्रदेश हर साल खरीफ के सीजन यानी नवंबर-दिसंबर के महीने में 7 से 8 लाख टन प्याज महाराष्ट्र से मंगवाता है। वहीं, रबी के सीजन मार्च और अप्रैल के महीने में देश में सबसे बड़ा प्याज का उत्पादक मध्यप्रदेश रहता है। यानी 30 लाख मीट्रिक टन प्याज मध्यप्रदेश में होता है, जो अधिक होने से बाहरी राज्यों को भेजा जाता है। इस साल महाराष्ट्र से प्याज नहीं आ रहा है और ज्यादा पानी गिरने से मध्यप्रदेश में फसल खराब हो गई है। इससे प्याज के भाव बढ़ गए हैं। अभी प्रदेश की मंडियों में 40 से 50 हजार टन प्याज की आवक हो रही है, जो 15 दिसंबर के बाद बढ़ सकती है। इससे भावों में कमी आ सकती है।

मूल्य नियंत्रण की कोशिश कर रहे हैं

प्रद्युम्न सिंह तोमर,
मंत्री, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति

सवाल - प्रदेश में प्याज की कीमतें लगातार बढ़ रही है।
जवाब - केंद्र मदद में कटौती कर रहा है। प्याज की कमी न हो, इसके लिए अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं।
सवाल - बाजार में प्याज फुटकर में 90 रुपए प्रति किलो पहुंच गया है।
जवाब - प्याज 50 से 60 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। कीमतों पर नियंत्रण की हर संभव कोशिश की जा रही है।
सवाल - बाहरी राज्यों या केंद्र से प्याज उपलब्ध कराएंगे।
जवाब - जहां से भी प्याज मंगाया जा सकता है, लाएंगे।



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Watch on onion… Rs 90–120. Price up to kilo, theft started


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