सायरा बानो (Saira Banu) काफी छोटी उम्र से ही दिलीप कुमार (Dilip Kumar) की फिल्में देखती थीं और एक आम फैन की तरह उनकी दीवानी थीं। वे दिलीप कुमार की इतनी बड़ी फैन थीं कि मिसेज दिलीप कुमार बनने का सपना पालकर बैठी थीं। लंदन में पली-बढ़ीं सायरा सायरा मशहूर ऐक्ट्रेस नसीम बानो की बेटी थीं, जो तीसरे और चौथे दशक की नामी हीरोइन थीं। 1941 में मसूरी में सायरा बानो का जन्म हुआ। सात साल बाद हिंदुस्तान-पाकिस्तान का बंटवारा हुआ और सायरा के पिता एहसान पाकिस्तान चले गए। उनकी मां नसीम बानो हिंदुस्तान में ही रह गईं। हालांकि बाद में वह लंदन चली गईं और सायरा की पढ़ाई-लिखाई वहीं हुई। 1959 में सायरा लंदन से वापस आईं और उन्होंने बॉलिवुड में एंट्री मारी। सायरा ने शम्मी कपूर के ऑपोजिट फिल्म 'जंगली' से अपने करियर की शुरुआत की। राजेन्द्र कुमार और सायरा बानो के बीच कथित रोमांस की खबरें अपनी पहली ही फिल्म से सायरा बानो सुपरस्टार बन गईं। उनकी बाद की फिल्मों ने भी खूब कमाल किया। सायरा सुपरस्टार तो बन गईं, पर दिलीप कुमार के ऑपोजिट उनके काम करने का सपना अधूरा रहा। कहते हैं उसकी वजह यह थी कि दिलीप कुमार उनके काम का हवाला देकर अपने ऑपोजिट कास्ट नहीं करवाना चाहते थे। लिहाजा सायरा को फिल्मकार राजेंद्र कुमार के साथ कास्ट करते रहे। इत्तफाकन दोनों की ऑनस्क्रीन जोड़ी लोगों को पसंद भी पड़ने लगी। दोनों की साथ में कई फिल्में हिट होती गईं। गॉसिप करने वालों को मसाला भी मिलने लगा था। लोगों ने राजेन्द्र कुमार और सायरा बानो के बीच कथित रोमांस की खबरें उड़ा दीं। सायरा बानो की मां को नहीं पसंद था यह रिश्ता नसीम बानो को जब यह बात पता चली, तो वह चिंतित हो गईं। वजह यह थी कि एक तो राजेंद्र कुमार हिंदू थे, दूसरी बात यह कि वे शादीशुदा और तीन बच्चों के बाप भी थे। उन्होंने दिलीप कुमार के मेंटॉर शशिधर मुखर्जी की मदद से दिलीप कुमार से इस मामले को संभालने की गुहार की। शशिधर की बात शुरुआती दौर में खारिज करने के बाद दिलीप कुमार ने मदद को हामी भरी। समारोह में राजेंद्र कुमार अपनी पत्नी के साथ पहुंच गए आखिरकार मामला सायरा बानो के जन्मदिन तक पहुंचा। 23 अगस्त 1966 को सायरा बानो का जन्मदिन था। दिलीप कुमार भी आमंत्रित थे, पर उन्होंने पहले ही समारोह में शरीक न होने का खेद पत्र भिजवा दिया था। सायरा खासी अपसेट थीं। मामला तब और तूल पकड़ता दिखने लगा, जब समारोह में राजेंद्र कुमार अपनी पत्नी के साथ पहुंच गए। मामले की गंभीरता भांप नसीम बानो दिलीप कुमार के घर गईं और सिचुएशन संभालने की मिन्नतें करने लगीं। दिलीप साहब ना नहीं कह सके और सायरा के जन्मदिन पर आए। दिलीप कुमार के सामने सायरा बानो ने रख दी बड़ी शर्त इस समारोह के छह हफ्ते बाद सबको हैरान करने वाली खबर आई कि दोनों 2 अक्टूबर 1966 को मंगनी करने जा रहे हैं। सब हैरान थे कि आखिर सायरा बानो के जन्मदिन के महज दो महीनों में ऐसा क्या हुआ कि दिलीप कुमार मंगनी और फिर निकाह को राजी हो गए? बाद में पता चला कि जन्मदिन की रात दिलीप कुमार से सायरा बानो को समझाने को कहा गया था कि वे राजेंद्र कुमार के साथ कथित लव स्टोरी पर अपना स्टैंड क्लियर करें। उनसे रिलेशनशिप की बेवकूफी भरी हरकत न करें। दिलीप कुमार उन्हें समझाते रहे। सायरा मान गईं, पर हैरत भरी शर्त के साथ। यही कि अगर दिलीप कुमार उनसे शादी को राजी हो जाएं, तो वह राजेंद्र कुमार का पीछा छोड़ देंगी। आखिरकार दिलीप कुमार को सायरा बानो की जिद के आगे झुकना पड़ा। इस तरह उसी साल यानी 1966 को दोनों विवाह बंधन में बंध गए। दिलीप कुमार सेहरा बांधकर घोड़ी पर चढ़े 11 अक्टूबर 1966 को जब उन्होंने 25 वर्षीय अभिनेत्री सायरा बानो के साथ शादी की, तब उनकी उम्र 44 की हो गई थी। बरात की अगुवाई पृथ्वीराज कपूर ने की थी। दूल्हे मियां दिलीप कुमार सेहरा बांधकर घोड़ी पर चढ़े थे और आजू-बाजू राज कपूर, देव आनंद चल रहे थे। इस विवाह को लेकर खूब खबरें छपीं और बड़ी संख्या में लोग आए थे। संगीत और आतिशबाजी की धूमधाम के बीच जोरदार दावत हुई थी। मशहूर अभिनेता दिलीप कुमार (Dilip Kumar) का बुधवार 7 जुलाई 2021 की सुबह उनका निधन () हो गया। 98 साल के दिलीप कुमार पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे।
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