प्रतिभाशाली ऐक्ट्रेस () आज इंडस्ट्री की सबसे व्यस्त अदाकारा बन चुकी हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कोरोना महामारी के बीच भी उन्होंने अपनी पांच फिल्मों की शूटिंग पूरी की। उन्हीं में से एक है हसीन दिलरूबा, जिसमें वह एक बार फिर काफी अलहदा किरदार में हैं। पेश है उनसे ये खास बातचीत: ऐक्ट्रेस तापसी पन्नू ने अपने बेबाक अंदाज और दमदार अभिनय से इंडस्ट्री में अपनी अलग जगह बनाई है। तापसी हर बार लीक से हटकर फिल्में चुनती हैं और इसी कड़ी में नई एंट्री है, उनकी फिल्म हसीन दिलरूबा, जिसमें तापसी ऐसी पत्नी के किरदार में हैं, जिस पर अपने पति के मर्डर का आरोप है। तापसी के मुताबिक, उनके लिए यह रोल काफी मुश्किल था, इसलिए उन्हें अपने दिमाग की अलग तरह से ट्यूनिंग करनी पड़ी। दिमाग का दही कर लिया बकौल तापसी, 'ये ऐसा किरदार था, जो मेरी सोच से मेल नहीं खाता, तो मुझे अपने दिमाग को ट्यून करना पड़ा, यकीन दिलाना पड़ा कि हां, मैं ही ये हूं। मैं ही रानी हूं और इसके लिए मेरा एक ही प्रॉसेस होता है, जिसे बोलते हैं, दिमाग का दही कर लेना। वह मैं कर लेती हूं, जब भी ऐसा कोई किरदार मिलता है, तो मैंने इस फिल्म के लिए भी वही किया। मेरा यही मेथड है कि मैं खुद को यकीन दिलाती हूं कि मैं यही हूं। हालांकि, जब आप ऐसे तीस-चालीस दिन रोज सुबह से शाम तक एक किरदार की तरह जीते हैं, तो धीरे-धीरे, कुछ न कुछ आपमें बदल जाता है। उस किरदार की तरह हो जाता है। ये एक पर्सनल लॉस होता है, क्योंकि आपका अपना एक हिस्सा बदल जाता है। ये हर फिल्म के बाद मेरे साथ होता है। यह नुकसान मैं हर फिल्म के लिए उठाती हूं, लेकिन मेरे पास और कोई तरीका नहीं है, अपने किरदार को रियल करने का। मैं किसी की नकल कर सकती हूं, मैं बहुत बुरी मिमिक्री करती हूं, तो न मैं कोई फिल्म देखती हूं कि ये किरदार आपके किरदार से मेल खाता है, तो इसे देखिए, क्योंकि मुझे लगेगा कि मैं तो नकल उतार रही हूं। अगर मुझे ऑडियंस के लिए कुछ नया लेकर आना है, तो उसे मुझे खुद गढ़ना पड़ता है।' ज्यादा ही 'जेंटलमैन' टाइप लड़के मिल गए फिल्म में तापसी पहली बार विक्रांत मेसी और हर्षवर्धन राणे के साथ काम कर रही हैं, जिनके साथ फिल्म में उनके इंटीमेट सीन भी हैं। तापसी ने ये भी कहा कि इंटीमेट सीन के दौरान दोनों लड़के डरे हुए थे, ऐसे में उनसे घुलने-मिलने में कितना समय लगा? इस पर तापसी कहती हैं, 'मैंने तो पहले दिन ही सारी हिचक खत्म कर दी थी, क्योंकि मेरी सोच ये थी कि अगर मैंने एक कंफर्ट फैक्टर नहीं बनाया, तो मेरे से ऐक्टिंग नहीं हो पाएगी। इन लोगों को भले बाद में लगे कि लड़की कितनी चेप है कि चिपक ही गई है, लेकिन मैं पहले दिन से कंफर्टेबल होने वाली हूं। दरअसल, हमारे किरदारों के बीच काफी सेक्सुअल टेंशन थी, ऐसे में अगर हममें से कोई भी असहज होता, वह स्क्रीन पर दिखता और बहुत गंदा लगता। रही बात इंटीमेट सीन में इनके डरे होने की, तो क्या है न कि मुझे फिल्म में दोनों ही कुछ ज्यादा ही जेंटलमैन टाइप लड़के मिल गए और जो जेंटलमैन होते हैं, वे औरत को बहुत कंफर्टेबल फील कराना चाहते हैं, तो इंटीमेट सीन्स में दोनों ही ये ध्यान रखने की कोशिश करते थे कि मैं ठीक हूं न, मैं ठीक हूं न, तो मुझे लगता है कि ये बेचारे बहुत डरे हुए हैं क्या कि मैं ठीक न हुई, तो क्या करूंगी इनके साथ (हंसती हैं)। मतलब वे बहुत ज्यादा इस बात का खयाल रख रहे थे कि मैं कुछ अजीब न फील करूं।' लॉकडाउन 2 से पहले पूरी की पांच फिल्में तापसी कोविड महामारी के बीच भी लगातार शूटिंग करती रही हैं, लेकिन इसमें उन्हें कितना खतरा महसूस होता है? यह पूछने पर वह कहती हैं, 'खतरा तो बहुत है, लेकिन मेरी ज्यादातर फिल्में ऐसी होती हैं, जिसमें मेरे डेट्स सबसे ज्यादा होते हैं। आप ये सोचो, अगर मैं मना कर दूं और वे मेरे बिना ज्यादा कुछ शूट न कर पाएं, तो कितने सारे लोगों की जिंदगी पर असर पड़ेगा। बहुत सारे लोगों की जिंदगी इस पर निर्भर करती है। वे कोरोना से प्रभावित हों या न हों, आमदनी न होने से जरूर प्रभावित हो जाएंगे, तो ये भी एक सोच होती है कि अगर मैं किसी की इस तरह से मदद कर सकती हूं कि दूसरे का घर चलता रहे, तो करना चाहिए। इसलिए, जैसे ही शूटिंग की परमिशन मिली, मैंने शूटिंग शुरू कर दी थी। मैंने सितंबर में शूटिंग शुरू कर दी थी और लॉकडाउन 2 तक पांच फिल्में पूरी कर दी थी, जो इस साल रिलीज होंगी। हसीन दिलरुबा 25 पर्सेंट बची थी, तो वो खत्म की, बाकी दूसरी चार फिल्में, उस वक्त मुझे लग रहा था कि ऐसे शूटिंग मुश्किल तो है, लेकिन सेट पर और जो इतने सारे लोग हैं, उनके लिए और कितना मुश्किल हो जाएगा, अगर काम न हो, उनकी रोजी रोटी खत्म हो जाए। पिछले लॉकडाउन में काफी सुनने में भी आया था कि जो डेली वेज वर्कर होते हैं, उनके पास सर्वाइवल के लिए पैसे नहीं थे। इसलिए, अब भी एक-दो हफ्ते में जैसे ही हालात बेहतर हो जाएंगे, मैं फिर शूट करने जाऊंगी, ताकि किसी तरह से इन लोगों की कुछ मदद कर पाऊं।' ब्रेट ली के सामने हो गई बोलती बंद फिल्म में विक्रांत के किरदार की तापसी के किरदार के सामने बोलती बंद हो जाती है, क्या कभी तापसी के साथ खुद ऐसा कुछ हुआ है? इस पर तापसी बताती हैं, 'मेरा बहुत बड़ा क्रश था ब्रेट ली पर। मैं ब्रेट ली से एक मैच में मिली। मैं ऑर्गनाइजिंग टीम में किसी को जानती थी, तो जब इनिंग खत्म हुई, वे मुझे ब्रेट ली से मिलवाने ले गए और मुझे सीधे कैमरे के आगे खड़ा कर दिया। वे मुझसे बात कर रहे हैं कि अच्छा आप पहली बार लाइव क्रिकेट मैच देख रही हो? और तभी मैंने देखा कि ब्रेट ली चलकर आ रहे हैं। उसके बाद ब्रेट ली ने पांच मिनट मेरे साथ कैमरे के आगे खड़े होकर बात की, पर उन्होंने क्या कहा, मुझे कुछ याद नहीं है। वह मेरा ब्लैंक आउट मोमेंट था।'
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