भोपाल.ईओडब्ल्यू ने ई-टेंडर घोटाले में फंसी कंपनी सोरठिया वेल्जी एंड रत्ना कंपनी के डायरेक्टर हरेश साेरठिया का वीसा निरस्त करवा दिया है। साेरठिया के विदेश भागने की अाशंका काे देखते हुए घाेटाेले की जांच कर रही ईअाेडब्ल्यू ने गृह मंत्रालय के विदेश प्रभाग से वीसा निरस्त करवाया है। जांच एजेंसी ने 9 कंपनियाें के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसमें साेरठिया की वेल्जी एंड रत्ना भी शामिल है। भाेपाल काेर्ट साेरठिया का गिरफ्तारी वांरट जारी कर चुका है। ईओडब्ल्यू की टीम कंपनी के गुजरात में दफ्तर पर चार बार दबिश दे चुकी है, पर आरोपी गिरफ्त में नहीं आया।
ईओडब्ल्यू को फरारी के दौरान हरेश के अमेरिका जाने की सूचना मिली है, जिसके चलते उसका वीजा निरस्त करवा दिया गया है। टीम ने दिल्ली, मुंबई, गुजरात और सभी प्रमुख एयरपोर्ट को सूचित कर अलर्ट किया है।
यह है मामला
जल संसाधन विभाग के 116 करोड़ के टेंडर में गड़बड़ी पर सोरठिया कंपनी के डॉयरेक्टर का आरोपी बनाया गया था। ई-टेंडर में टेम्परिंग हुई थी। इसमें मध्यस्थ की भूमिका मनीष खरे ने निभाई थी, जिसके लिए उसे कंपनी ने 1 करोड़ 23 लाख रुपए दिए थे। ईओडब्ल्यू ने खरे को केस दर्ज होने के बाद जेल भेज दिया था। हरेश तभी से फरार चल रहा है। उसे हाईकोर्ट से भी राहत नहीं मिली थी। सोरठिया कंपनी के बाकी डॉयरेक्टर और प्रमुख पदाधिकारियों ने गिरफ्तारी के डर से गुजरात हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी लगाई थी, जो मंजूर हो चुकी है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2Penz7U

No comments:
Post a Comment