कार्यक्रम के शुभारंभ के दौरान सिविल सर्जन डॉ. अजीत मिश्रा ने छात्राओं को जानकारी देते हुए बताया कि दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही बीमारी को दूर करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य बन गया है। विशेष कर स्टूडेंट्स जीवन में स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है, क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। डब्ल्यूएचओ भी कहता है कि हाथ धोने से 90 प्रतिशत बीमारियों से बचा जा सकता है।
स्कूल में छात्राओं का हाथ धोने के तरीके बताते हुए डॉक्टर।
क्लीन भिंड-ग्रीन भिंड बनाना है:
स्कूल प्राचार्य एसएस नरवरिया ने छात्रों को भारत स्वच्छता अभियान को लेकर बताया कि केंद्र सरकार द्वारा देश को स्वच्छ बनाने के लिए जो अभियान चलाया जा रहा है। उसके तहत हम सभी को अपना भिंड क्लीन और ग्रीन बनाना है। इसलिए आप लोगों को अपना घर अौर आसपास के क्षेत्र को साफ-सुथरा रखना है। ऐसा करने से हम साफ-स्वच्छ माहौल में रहेंगे। वहीं हमारी सोच भी बदलेगी।
हाथ कब धोना है यह जानना भी बेहद जरूरी
कार्यक्रम में जिला क्वालिटी नोडल अधिकारी डॉॅ.देवेश शर्मा ने स्कूली छात्राओं को हाथ धोने के 6 स्टेप बताए। साथ ही उन्होंने क्रमवार सभी छात्राओं के हाथ स्टेप के अनुसार धुलाए। इस दौरान उन्होंने बताया कि सफाई ही बीमारी से लड़ने का पहला हथियार होता है। बीमारियों के संक्रमण से बचने का सबसे अच्छा तरीका सफाई का पहला चरण खाने से पहले और शौच के बाद हाथ धोना होता है। केवल हाथ धोना पर्याप्त नहीं है। हाथ कब और कैसे धोया जाए, यह बात मायने रखती हैं। सफाई को विद्यार्थी अपनी दिनचर्या बनाएं। खुद भी सफाई रखें और परिवार सदस्य और अन्य लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करें। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि गंदगी की वजह से कई तरह की संक्रामक बीमारियां होती हैं। सफाई रख कर हम कई बीमारियों से बचे रह सकते हैं। इस मौके पर रीना यादव, नीतेश अग्रवाल, हेल्थ केयर प्रशिक्षक गायत्री शर्मा, रेखा शिवहरे आदि उपस्थित रहे।
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