Tuesday, December 3, 2019

ट्रैफिक नियंत्रण के लिए तीन साल पहले बनाए गए थे पांच अॉटो स्टैंड, जो अब दिखाई नहीं देते

इंदिरा गांधी चाैराहे के पास ऑटो स्टैंड के लिए तय जगह जहां एक भी ऑटो खड़ा नहीं होता है।

ऐसे हल हो सकती है शहर में जाम लगने की समस्या

बीच सड़क पर खड़े होने वाले ऑटो और ई-रिक्शा के खिलाफ पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए। इसके साथ ही शहर में स्थाई ऑटो स्टैंड फिर से बनाए जाएं एवं यात्रियों को बैठाने-उतारने के लिए नगर में ऑटो और ई-रिक्शा के स्टॉपेज होने चाहिए। यात्री बसों के आसपास भी ऑटो और ई-रिक्शा को खड़ा नहीं होने दिया जाना चाहिए।

नहीं लिखे मोबाइल नंबर: शहर के किसी भी ऑटो में न तो वाहन मालिक और न चालक का मोबाइल नंबर लिखा मिलेगा। न ही कोई चालक निर्धारित ड्रेस पहनता है। वहीं इसको लेकर संबंधित विभाग की लापरवाही के चलते इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हाे रही है।

नपा को पत्र लिखा है

ऑटो स्टैंड फिर से बनाने के लिए जमीन चाहिए। इसके लिए नगर पालिका को कुछ रोज पहले पत्र लिखा है। साथ ही वाहन चालकों के लिए एक बार फिर से ड्रोस कोर्ड लागू किया जाएगा। अगर कोई ड्राइवर नियम का पालन नहीं करेगा तो उसके खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी। नीरज शर्मा, ट्रैफिक इंचार्ज, भिंड



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Bhind News - mp news five auto stands were built three years ago for traffic control which are no longer visible


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